चाय के कप से उठते धुंए में,
तेरी शक्ल नज़र आती है,
ऐसे खो जाते है तेरे ख्यालों में की,
अक्सर मेरी चाय ठंडी हो जाती है.
Ravindar Nagar
November 20, 2020
चाय के कप से उठते धुंए में,
तेरी शक्ल नज़र आती है,
ऐसे खो जाते है तेरे ख्यालों में की,
अक्सर मेरी चाय ठंडी हो जाती है.
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