गुलजार शायरी ( Gulzar Shayari in Hindi) - Love, Sad, Motivational, Life, Friendship, Breakup
1.
मेरे दर्द को भी आह का हक़ हैं,
जैसे तेरे हुस्न को निगाह का हक़ है
मुझे भी एक दिल दिया है भगवान ने
मुझ नादान को भी एक गुनाह का हक़ हैं.
2.
इतना सस्ता और कहां सौदा मिलेगा
बीज दो जमीनं को पौधा मिलेगा ।।
3.
हसरता पूरी ना हो तो ना सही,
ख्वाहिश करना गुनाह तो नहीं ।।
4.
थम के रह जाती है जिंदगी
जब जम के बरसती है पूरानी यादें ।।
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