HomeTareef Shayariन जाने क्या मासूमियत है - Masumiyat, Tere Chehre Par, Samne, Chhupkar Dekhna न जाने क्या मासूमियत है - Masumiyat, Tere Chehre Par, Samne, Chhupkar Dekhna Ravindar Nagar December 05, 2021 0 न जाने क्या मासूमियत हैतेरे चेहरे परतेरे सामने आने से ज़्यादातुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है Tags Tareef Shayari Newer Older