सूरत उसकी खयालों से क्यों जाती नहीं
नींद है आखों में मगर क्यों आती नहीं
वो साथ थे तो मौत का खौफ था मुझे
अब मैं तन्हा हूं तो मौत क्यों आती नहीं
Surat Uski Khayalon Se Kyo Jati Nahi
Nind He Aankhon Me Magar Kyo Aati Nahi
Vo Sath The To Maut Ka Kauf Tha Mujhe
Ab Me Tanha Hun To Maut Kyo Aati Nahi