HomeKismat Shayariतेरी चाहत तो मुक़द्दर है मिले न मिले - TChahat Shayari, Kismat Shayari तेरी चाहत तो मुक़द्दर है मिले न मिले - TChahat Shayari, Kismat Shayari Ravindar Nagar July 22, 2021 0 तेरी चाहत तो मुक़द्दर हैमिले न मिलेराहत ज़रूर मिल जाती हैतुझे अपना सोच कर Tags Chahat Shayari Kismat Shayari Newer Older