HomeRishte Shayariपरिवार से अलग होने की - Pariwar, Ladai, Jhagda, Pedh, Patta, Kadar परिवार से अलग होने की - Pariwar, Ladai, Jhagda, Pedh, Patta, Kadar Ravindar Nagar January 11, 2021 0 लड़ लो, झगड़ लो पर परिवार से अलग होने कीकभी मत सोचना क्योंकिउन पत्तों की कोई कदर नहीं होतीजो पेड़ से अलग होकरगिर जाते हैं. Tags Rishte Shayari Newer Older