थोड़ी गुंजाइशें भी : Shayari for Dhokebaaz : Gunjaish, Gardish
थोड़ी गुंजाइशें भी
रखनी पड़ती है जनाब
गर्दिशों में लौट आते हैं
कई बार जाने वाले
Ravindar Nagar
February 07, 2020
थोड़ी गुंजाइशें भी
रखनी पड़ती है जनाब
गर्दिशों में लौट आते हैं
कई बार जाने वाले
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